देव यज्ञ से जड़ और चेतन दोनों देवता खुश होते हैं – पं. शिवकुमार
सत्यखबर सफीदों (महाबीर मित्तल) – नगर की पुरानी अनाज मंडी में आर्य समाज सफीदों के तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय वार्षिकोत्सव के प्रथम दिन का शुभारंभ यज्ञ के द्वारा किया गया। आर्य समाज सफीदों के धर्माचार्य कमलेश शास्त्री के सानिध्य में श्रद्धालुओं ने यज्ञ में अपनी आहुति डाली। यज्ञ के उपरांत धर्मसभा का आयोजन किया गया, जिसमें आर्य समाज के विद्वान पं. शिवकुमार शास्त्री व बहन अंजली आर्या ने विशेष रूप से शिरकत की। अपने संबोधन में पं. शिवकुमार व बहन अंजली आर्या ने कहा कि यज्ञ दोनों प्रकार के देवताओं की पूजा होती है।
देव यज्ञ ही से जड़ और चेतन देवताओं को खुश किया जाता है। पितृ यज्ञ करने से जीवन में हर प्रकार का सुख प्राप्त होता है। जीते जी अपने माता पिता और बड़ों को बड़े श्रद्धा से सेवा सत्कार और पूजा करने से पारिवारिक दुख, क्लेश व अशांति सब दूर हो जाते हैं। महर्षि दयानंद के अनुसार विद्वान सन्यासी अपने से बौद्धिक बल में बड़े घर में आकर उपदेश दे और हम बदले में उनकी सेवा उनका सम्मान करें इससे अज्ञान अंधकार दूर होता है।
उन्होंने कहा कि जब तक मनुष्य के जीवन में ईश्वर की उपासना व ईश्वर भक्ति दूर है तब तक सुख प्राप्त करना उसी प्रकार है मुश्किल है जिस प्रकार से आकाश से तारे तोडऩा। कार्यक्रम में शांति पाठ के बाद लोगों ने प्रसाद वितरित किया गया। इस मौके पर आर्य समाज के प्रधान यादवेंद्र बराड़, उपप्रधान विष्णुभगवान मित्तल व मंत्री संजीव मुआना विशेष रूप से मौजूद थे।